Author Name : Gattu
जिसकी रचना इतनी सुन्दर वो कितना सुन्दर होगा
ये मेरे छोटे से बागीचे से तोड़कर फेंकी गई डालियाँ हैं जिसने इतना सुन्दर रूप धरा है। आज सुबह मैंने देखा कि नाली की तरफ घास में कुछ सुन्दर से मखमली फूल खिलें हैं। "ये मैंने तो ये नहीं लगाये" मैं मन मन ही मन बुदबुदाया। खिले हुए हल्के लाल से फूलों को देखकर अच्छा लग रहा था। जरा नजदीक से देखने के लिए मै नीचे आ गया। गौर से देखा तो याद आया अरे ये तो मैंने ही तोड़कर फेकें थे। इनके आस पास की घास को मैंने हटा दिया तो ये ओर भी खिल उठे। अब इनका नाम आप कमेंट बॉक्स में लिख देना।
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